Publisher's Synopsis
Akbar Birbal Ke Kisse एक दिन की बात है, बादशाह अकबर की राजसभा में एक ज्ञानी पंडित आया हुआ था। वह कुछ सवालों के जवाब बादशाह से जानना चाहता था, लेकिन बादशाह के लिए उसके सवालों का जवाब देना मुश्किल हो गया। इसलिए, बादशाह ने पंडित के सवालों के जवाब देने के लिए बीरबल को आगे कर दिया। बीरबल की चतुराई से सभी वाकिफ थे और सभी को उम्मीद थी कि बीरबल पंडित के हर सवाल का जवाब आसानी से दे सकते हैं। पंडित ने बीरबल से कहा, ''मैं तुम्हें दो विकल्प देता हूँ। एक या तो तुम मुझे मेरे 100 आसान से सवालों के जवाब दो या फिर मेरे एक मुश्किल सवाल का जवाब दो। बीरबल ने सोच-विचार करने के बाद कहा कि मैं आपके एक मुश्किल सवाल का जवाब देना चाहता हूँ। इसी पुस्तक से बीरबल अकबर के नौरत्नों में से एक बड़े मजाकिया, चतुर, बुद्धिमान, कवि और लेखक थे और समय-समय पर अकबर को बहुमूल्य सलाह देते थे। साथ ही वे उच्च कोटि के प्रशासक और तलवार के धनी भी थे। इस पुस्तक में उन्हीं बीरबल और अकबर के मजेदार किस्से प्रस्तुत हैं।