Publisher's Synopsis
आईना पुस्तक में लेखक ने हमारे समाज में व्यापक विसंगतियों को व्यंगात्मक शैली में दोहे, शेर, तज़मीन व मुक्तक विधाओं में प्रभावशाली ढंग से उजागर किया है, भाषा सरल हिन्दुस्तानी है।
हमें यकीन है पाठकगण इसका स्वागत करेंगे और भरपूर आनन्द उठाएंगे