ASUR: PARAJITON KI GATHA, RAVAN VA USKI PRAJA KI KAHANI

ASUR: PARAJITON KI GATHA, RAVAN VA USKI PRAJA KI KAHANI

Paperback (01 Jul 2014) | Hindi

  • $27.12
Add to basket

Includes delivery to the United States

10+ copies available online - Usually dispatched within 7 days

Publisher's Synopsis

नंबर 1 राष्ट्रीय बेस्टसेलर रहे अंग्रेज़ी उपन्यास के इस हिन्दी अनुवाद में लंकापति रावण व उसकी प्रजा की कहानी सुनाई गई है। यह गाथा है जय और पराजय की, असुरों के दमन की - एक ऐसी कहानी की जिसे भारत के दमित व शोषित जातिच्युत 3000 वर्षों से सँजोते आ रहे हैं। रामायण के उलट, रावणायन की कथा अब तक कभी नहीं कही गई। मगर अब शायद मृतकों और पराजितों के बोलने का वक़्त आ गया है।

Book information

ISBN: 9788183224352
Publisher: Repro India Limited
Imprint: Manjul Publishing House Pvt. Ltd.
Pub date:
Language: Hindi
Number of pages: 444
Weight: 562g
Height: 216mm
Width: 140mm
Spine width: 25mm