Na Kehne Ki Kala

Na Kehne Ki Kala

Paperback (28 Jun 2023) | Hindi

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Publisher's Synopsis

Na Kehne Ki Kala लोगों को 'न कहना एक ऐसी महत्त्वपूर्ण कला है, जो आप अपने आप विकसित कर सकते हैं। यह आपको व्यक्तिगत एवं पेशेवर जीवन में अपने हितों को आगे बढ़ाने के लिए सामर्थ्य देती है। एक हद तक यह आपकी उत्पादकता एवं आपके रिश्तों को भी सुधारती है। इसके साथ ही यह आप को आत्मविश्वास तथा आत्मिक शांति देती है, जिससे आप उद्वेलित नहीं हो पाते। 'न कहने की कला आपको स्वतंत्रता देती है। पर यह कला विकसित करना बहुत ही मुश्किल भरा है। अधिकांश लोगों के लिए वर्षों के अभ्यास के विपरीत, इसे पूर्ववत् करने की आवश्यकता होती है। हममें से कुछ के लिए 'न बोलना सीखना हमारे अभिभावकों, शिक्षकों, बॉस, सहयोगियों और परिवार के सदस्यों का प्रतिवाद करने जैसा है। 'न कहने की कला तलवार की धार पर चलने की कला है। यह पुस्तक आप में वह विवेक और कौशल विकसित करेगी, ताकि आप अपनी क्षमता और पहुँच के बाहर के कार्यों को शालीनतापूर्वक मना कर सकें। आपके व्यक्तित्व को नए आयाम देनेवाली अत्यंत महत्त्वपूर्ण पठनीय पुस्तक।

Book information

ISBN: 9789355218766
Publisher: Repro India Limited
Imprint: Prabhat Prakashan Pvt. Ltd.
Pub date:
Language: Hindi
Number of pages: 154
Weight: 204g
Height: 216mm
Width: 140mm
Spine width: 9mm