Publisher's Synopsis
इस पुस्तक में सरकारी विद्यालयों में शैक्षणिक वातावरण विकसित करने हेतु शिक्षकों से अपील की गई है एवं संदेश दिया गया है कि वे (शिक्षक) जिन कार्यों को प्रतिदिन करते हैं, वे आसान नहीं हैं, परंतु वे (शिक्षक) चाहें तो आसान तरीके से कठिनतम कार्यों को भी कर सकते हैं। सरकारी विद्यालयों का शैक्षणिक वातावरण सिद्धांतों के आधार पर तैयार नहीं हो सकता है, बल्कि विद्यालयों की अवस्थिति, स्थानीय स्तर के लोगों, जनप्रतिनिधियों के साथ शिक्षकों, अभिभावकों, पदाधिकारियों के बीच समन्वय स्थापित कर व्यावहारिक पहलू पर विचार करते हुए पाठ्यक्रम व ज्ञान के क्षेत्रों को कार्यान्वित कराया जा सकता है। पूरे वर्ष के शैक्षणिक सत्र के लिए प्रतिदिन कुछ-न-कुछ नवाचार करते हुए शैक्षणिक गतिविधियों को समृद्ध करने के लिए बताए गए तरीकों का संग्रह भर है। यह पुस्तक शिक्षा के स्तर को ऊँचा उठाने और छात्रों के चहुंमुखी विकास के व्यावहारिक गुरुमंत्र को जानने की दृष्टि से यह पुस्तक पठनीय है।